पूर्वी दिल्ली. आप सभी को जानकार आश्चर्य होगा कि देश की राजधानी के बीचोंबीच एक ऐसा मोहल्ला क्लिनिक मौजूद है जहाँ आज तक कभी भी कैंसर से किसी भी मरीज की मौत नहीं हुई। आधुनिक चिकित्सा के इस चमत्कार को जानकार देश विदेश के डॉक्टर और मेडिकल प्रोफेशनल यहाँ आ रहे है और इस बारे में ज्यादा जानकारी के लिए सफाई कर्मचारी और वार्डबॉय को बीड़ी सिगरेट पिला रहे है। लेकिन किसी को भी ये पता नहीं चल पा रहा कि बेहद कम सुविधाओं वाले इस मोहल्ला क्लिनिक में आज तक कैंसर जैसी गंभीर बीमारी किसी को मार क्यों नहीं पायी ?
इस राज का पर्दाफाश करने के लिए हमने अपने ख़ुफ़िया संवाददाता को भेजा। हमारे संवादाता ने क्लिनिक के सफाई कर्मचारी अब्दुल को ‘मूसा का गुल’ का नशा कराया फिर हमें इस राज का पता चला जिससे हमारे होश उड़ गए और हमारे पाठको के तोते उड़ जायेंगे।
वार्ड बॉय के अनुसार इस क्लिनिक में इतनी गन्दगी रहती है कि उसके अंदर आते ही सभी मरीजों को तुरंत ही हैजा हो जाता है। मरे हुए चूहे ज्यादा होने कि वजह से मरीज को बाहर निकलते-निकलते उसके अंदर ‘प्लेग’ के वायरस भी घुस जाते है। और ज्यादातर मरीज दो- तीन दिन में भगवान् को प्यारे हो जाते है।
“अरे भाई, ये कैंसर तो ठहरी बड़े लोगो की बीमारी, इंसान को मरते मरते महीनो लग जाते है। अपने मोहल्ला क्लिनिक में आते ही लोग हैजा से पहले ही मर जाते है तो कैंसर से कैसे मरेंगे?, आप अंदर जाकर खुद ही देख लो !” मुंह दबाकर हँसते हुए वार्ड बॉय अब्दुल ने हमें बताया।
हमारे संवाददाता ने अंदर जाना मुनासिब नहीं समझा और बाहर से ही फोटू खींच कर आ गया। एमसीबीसी न्यूज़ इस पर्दाफाश की पूरी खबर
अपने पाठको तक पहुँचता रहेगा।