फिलिस्तीन. इजराइल और फिलिस्तीन के बीच का संघर्ष और भीषण होता जा रहा है जहाँ हमास के राकेट हमले रुकने का नाम नहीं ले रहे वही इजराइल भी इन हमलो का जवाब उसी आक्रामकता से दे रहा है। ऐसे में ये सवाल उठ रहा है की हमास ने अचानक से ये राकेट हमले शुरू कैसे किये और इस गरीब आतंकवादी संगठन के पास इतने राकेट कहाँ से आएं ?
हमारे ख़ुफ़िया पत्रकार बादशाह ने इन सवालों का जवाब जानने की कोशिश की और इस तफ्तीश के सिलसिले में उन्हें एक ऐसी सच्चाई का पता चला जिससे उनके होश उड़ गए और आगे की खबर को पढ़कर हमारे पाठको के तोते उड़ जायेंगे।
हमारे न्यूज़ चैनल और मोसाद के एक सीक्रेट जॉइंट ऑपरेशन के दौरान ये पता चला की इस पूरे आक्रमण के पीछे का मास्टरमाइंड प्रलयनाथ गैंडा स्वामी है। वही प्रलयनाथ जिसने भारत के गणतंत्र दिवस पर मिसाइल आक्रमण की योजना बनायीं थी और हमारे शूरवीर ब्रिगेडियर सूर्यदेव सिंह ने सभी मिसाइलों के फ्यूज कंडक्टर निकाल कर उसे विफल किया था।
तमिलनाडू के एक छोटे से गाँव में पैदा हुआ प्रलयनाथ बचपन से ही बहुत उग्र स्वभाव का था वो अक्सर भारत के क्रिकेट मैच हार जाने पर अपने घर का टीवी तोड़ देता था और उसे बचपन से ही बम-पटाखों का बहुत शौक था। अपनी साल भर की पॉकेट मनी वो दीवाली पर राकेट बम में खर्च कर देता था। यही शौक उसे मिसाइल और रॉकेट्स के करीब लाया। बीस साल की उम्र में एक कर्नाटक के जंगलो में एक गैंडे को मार कर उसने गेंडास्वामी की उपाधि पाई।
गणतंत्र दिवस साजिश के दौरान ब्रिगेडियर सूर्यदेव से हारने के बाद उसने अपने मरने की झूठी खबर फैला दी और देश छोड़ दिया। उसके बाद प्रलयनाथ ने दक्षिण कोरिया के मिसाइल प्रोग्राम की नींव रक्खी और आजकल हमास के साथ बिना फ्यूज कंडक्टर वाले राकेट बना रहा है। इस सच्चाई को जानने के बाद मोसाद की नींद उड़ गयी है और उसने तुरंत ब्रिगेडियर सूर्यदेव से संपर्क किया है।
हम इस खबर पर अपनी पूरी नजर बनाये हुए है और पाठको को पल-पल की जानकारी देते रहेंगे।